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क्या आतंकवाद कभी खत्म होगा?

क्या आतंकवाद कभी खत्म होगा?

 जब कभी कोई आतंकी हमला होता है, तो अकसर हमारे मन में इस तरह के सवाल आते हैं: ‘क्या ईश्‍वर को इस सब से कोई फर्क पड़ता है? लोग ऐसा क्यों करते हैं? क्या आतंकवाद a कभी खत्म होगा? मैं अपने डर पर काबू कैसे पाऊँ?’ पवित्र शास्त्र बाइबल से आप इन सवालों के जवाब जान सकते हैं।

जब कोई आतंकवादी हमला होता है, तो ईश्‍वर को कैसा लगता है?

 ईश्‍वर हिंसा और आतंकवाद से नफरत करता है। (भजन 11:5; नीतिवचन 6:16, 17) ईश्‍वर के बेटे यीशु को भी इससे सख्त नफरत है। एक बार यीशु के एक शिष्य ने किसी पर तलवार से हमला कर दिया, तब यीशु ने उसे डाँटा। (मत्ती 26:50-52) अगर आतंकवादियों की बात करें, तो उनमें से कई कहते हैं कि वे जो भी करते हैं अपने ईश्‍वर को खुश करने के लिए करते हैं। लेकिन ईश्‍वर ने किसी को किसी की जान लेने का हक नहीं दिया है। वह तो ऐसे लोगों की प्रार्थनाएँ तक नहीं सुनता।—यशायाह 1:15.

 बाइबल में बताया गया है कि जब ईश्‍वर इंसानों को तकलीफ में देखता है, तो उसे बहुत दुख होता है। अगर आप किसी आतंकी हमले के शिकार हुए हैं या ऐसी खबरें सुनकर परेशान हैं, तो वह अच्छी तरह जानता है कि आप पर क्या बीत रही है। (भजन 31:7; 1 पतरस 5:7) उसने वादा किया है कि वह हिंसा को हमेशा-हमेशा के लिए मिटा देगा।​—यशायाह 60:18.

आतंकवाद की जड़

 बाइबल में लिखा है, “इंसान, इंसान पर हुक्म चलाकर सिर्फ तकलीफें लाया है।” (सभोपदेशक 8:9) देखा जाए तो यही वजह है कि आज दुनिया में आतंकवाद इतना बढ़ता जा रहा है। हमेशा से ही ऐसा होता आया है कि जिनका समाज में बहुत दबदबा होता है, वे दूसरों को डराते-धमकाते हैं, उन पर ज़ुल्म करते हैं और उन्हें दबाने की कोशिश करते हैं। और जिनके साथ ऐसा सुलूक किया जाता है, वे अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए आतंकवाद पर उतर आते हैं।—सभोपदेशक 7:7.

आतंकवाद हो जाएगा खत्म!

 ईश्‍वर ने वादा किया है कि बहुत जल्द सबकुछ ठीक हो जाएगा। तब कोई किसी से डरेगा नहीं, कोई हिंसा नहीं होगी और हर कहीं शांति होगी। (यशायाह 32:18; मीका 4:3, 4) ईश्‍वर यह कैसे करेगा?

  •   वह आतंकवाद को जड़ से मिटा देगा। बहुत जल्द ईश्‍वर इंसानों की सरकारों को हटाकर अपनी सरकार लाएगा और उस वक्‍त पूरी धरती पर उसका राज होगा। उसने अपने बेटे यीशु को अपने राज का राजा चुना है। उसके राज में किसी तरह की ऊँच-नीच नहीं होगी, हर किसी के साथ एक-जैसा व्यवहार किया जाएगा। फिर कोई किसी पर ज़ुल्म नहीं करेगा और कोई हिंसा नहीं होगी। (भजन 72:2, 14) आतंकवाद का भी नामो-निशान मिटा दिया जाएगा। उस समय लोग “बड़ी शांति के कारण अपार खुशी पाएँगे।”—भजन 37:10, 11.

  •   आतंकवाद की वजह से लोगों को जो नुकसान हुआ है, वह उसकी भरपाई करेगा। आतंकी हमलों की वजह से लाखों लोग घायल हुए हैं, कुछ लोगों का सबकुछ तबाह-बरबाद हो गया है और कुछ की तो जान तक चली गयी है। जब ऐसा कुछ होता है, तो लोग उसे भुला नहीं पाते और डर-डरकर जीते हैं। लेकिन ईश्‍वर अपने राज में यह सब ठीक कर देगा। (यशायाह 65:17; प्रकाशितवाक्य 21:3, 4) उसने यह भी वादा किया है कि वह उन लोगों को दोबारा ज़िंदा कर देगा, जिनकी मौत हो गयी है।—यूहन्‍ना 5:28, 29.

 बाइबल में लिखी इन बातों से हमें यकीन हो जाता है कि ईश्‍वर बहुत जल्द सबकुछ ठीक कर देगा। लेकिन शायद आप सोचें, ‘उसने अब तक कुछ क्यों नहीं किया?’ इस सवाल का जवाब जानने के लिए यह वीडियो देखें: परमेश्‍वर ने दुख-तकलीफें क्यों रहने दी हैं?

a “आतंकवाद” का मतलब है, लोगों में खौफ पैदा करने के लिए उन पर हमला करना या ऐसा करने की धमकी देना। आतंकवादी अकसर धर्म के नाम पर ऐसे हमले करते हैं या किसी राजनैतिक मसले में अपनी मनवाने के लिए या फिर समाज में कोई बदलाव लाने के इरादे से ऐसा करते हैं। लेकिन किसी हमले को आतंकी हमला कहा जा सकता है या नहीं, इस बारे में लोगों की अलग-अलग राय होती है।