इस जानकारी को छोड़ दें

विषय-सूची को छोड़ दें

जॉर्जियाई भाषा में 14वीं सदी की एक हस्तलिपि जिसे ‘मोक्वी की खुशखबरी की चार किताबें’ कहा जाता है

जॉर्जिया | 1924-1990

जॉर्जियाई भाषा में बाइबल

जॉर्जियाई भाषा में बाइबल

जॉर्जियाई भाषा शुरू की उन प्राचीन भाषाओं में से एक थी जिनमें बाइबल का अनुवाद किया गया था। उनमें आर्मीनियाई, कॉप्टिक, लातीनी, सीरियाई और दूसरी भाषाएँ भी हैं। पुरानी जॉर्जियाई भाषा में खुशखबरी की किताबों, पौलुस की चिट्ठियों और भजनों की किताब की जो हस्तलिपियाँ पायी गयी हैं, वे ईसवी सन्‌ 450 या उससे भी पहले की हैं। उसके बाद की सदियों में जॉर्जियाई भाषा में बाइबल का अनुवाद करने और उसकी कॉपियाँ बनाने के काम में तेज़ी आ गयी। इसलिए जॉर्जियाई भाषा में कई सारे अनुवाद हैं। *

बाइबल का जॉर्जिया के साहित्य पर और पुराने ज़माने से वहाँ के लोगों के उसूलों पर गहरा असर हुआ है। एक मिसाल रानी शुशानिक की दर्दनाक कहानी है जो शायद 5वीं सदी के आखिर में लिखी गयी थी। उस कहानी में सीधे तौर पर या दूसरे तरीके से बाइबल के कई हवाले दिए गए हैं। जॉर्जिया के कवि शोता रुस्तावेली ने करीब 1220 में अपनी कविता वेप्खिसत-काओसानी (शेर की खालवाला वीर) में मसीहियों के नैतिक उसूलों की तरफ इशारा किया। उसने ऐसे विषयों पर कविता रची जैसे दोस्ती, दरियादिली, अजनबियों से प्यार करना। आज भी जॉर्जिया के लोग इन्हें अच्छे नैतिक उसूल मानते हैं।

^ पैरा. 3 ज़्यादा जानने के लिए 1 जून, 2013 की प्रहरीदुर्ग (अँग्रेज़ी) में यह लेख देखें, “सदियों से छिपा खज़ाना।”