इस जानकारी को छोड़ दें

यह दुनिया असल में किसकी मुट्ठी में है?

यह दुनिया असल में किसकी मुट्ठी में है?

आपको क्या लगता है . . .

  • ईश्वर की?

  • इंसानों की?

  • किसी और की?

इस बारे में पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?

“सारी दुनिया शैतान के कब्ज़े में पड़ी हुई है।”—1 यूहन्ना 5:19.

‘परमेश्वर बहुत जल्द शैतान को पैरों तले कुचल देगा।’—रोमियों 16:20.

ऊपर बतायी गयी बात के बारे में क्यों जानें?

इससे हम जान पाएँगे कि दुनिया के हालात इतने खराब क्यों हैं।—प्रकाशितवाक्य 12:12.

हमें यह आशा होगी कि दुनिया के हालात ज़रूर सुधरेंगे।—1 यूहन्ना 2:17.

हम इस बात पर क्यों यकीन कर सकते हैं?

ज़रा इन तीन कारणों पर ध्यान दीजिए:

  • शैतान के शासन का अंत तय है। यहोवा परमेश्वर ने ठाना है कि वह बहुत जल्द इंसानों को शैतान के चंगुल से छुड़ाएगा। उसने वादा किया है कि वह शैतान का नामो-निशान मिटा देगा और जो नुकसान शैतान की वजह से हुआ है, उसे ठीक कर देगा।—इब्रानियों 2:14.

  • इस दुनिया पर परमेश्वर का राज होगा। परमेश्वर के राज में और शैतान के राज में ज़मीन-आसमान का फर्क है। शैतान बहुत ही बेरहम और मतलबी है। लेकिन परमेश्वर अपने राज के बारे में वादा करता है, ‘लोग मुझे पुकारेंगे और मैं उन्हें जवाब दूँगा। मैं संकट के समय उनके साथ रहूँगा। मैं उन्हें बचाऊँगा और उन्हें लंबी उम्र देकर संतुष्ट करूँगा।’—भजन 91:15, 16.

  • परमेश्वर झूठ नहीं बोल सकता। पवित्र शास्त्र में लिखा है, “परमेश्वर का झूठ बोलना नामुमकिन है।” (इब्रानियों 6:18) जब यहोवा कोई वादा करता है, तो यह तय है कि वह उसे ज़रूर पूरा करेगा। (यशायाह 55:10, 11) उसका वादा है कि वह बहुत जल्द इस ‘दुनिया के राजा’ शैतान को खत्म कर देगा।—यूहन्ना 12:31.

ज़रा सोचिए

जब शैतान का राज खत्म हो जाएगा, तो दुनिया के हालात कैसे होंगे?

इस सवाल का जवाब पवित्र शास्त्र की इन आयतों में दिया गया है: भजन 37:10, 11 और प्रकाशितवाक्य 21:3, 4.